तू ही राम है, तू रहीम... धर्मगुरुओं के बीच संविधान दिखा क्या संदेश दे रहे कन्हैया?

Kanhaiya Kumar vs Manoj Tiwari: तस्वीरें बोलती हैं. जी हां, चुनाव का सीजन हो तो नेता बहुत कुछ ऐसा करते हैं जिसमें मैसेज छिपा होता है. वो चाहे स्थानीय बोली में भाषण की शुरुआत हो, किसी बच्चे के साथ खेलना हो, रैली में कुछ अलग करना हो या फिर तस्वीरें

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Kanhaiya Kumar vs Manoj Tiwari: तस्वीरें बोलती हैं. जी हां, चुनाव का सीजन हो तो नेता बहुत कुछ ऐसा करते हैं जिसमें मैसेज छिपा होता है. वो चाहे स्थानीय बोली में भाषण की शुरुआत हो, किसी बच्चे के साथ खेलना हो, रैली में कुछ अलग करना हो या फिर तस्वीरें शेयर कर रहे हों, सबका एक मैसेज होता है. ऐसा ही मैसेज आज कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने नामांकन के दिन दिया है.

हवन किया और...

आज पूजन-हवन करने के बाद नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली लोकसभा सीट से कन्हैया कुमार ने अपना नामांकन दाखिल किया. आज आखिरी दिन था इसलिए परेशानियों से बचने के लिए उन्होंने नामांकन के बाद रोडशो का फैसला किया. वह नॉर्थ ईस्ट दिल्ली से INDIA गठबंधन के संयुक्त उम्मीदवार हैं. ऐसे में नामांकन के समय दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव और आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता गोपाल राय भी मौजूद थे.

कन्हैया ने जब हवन करते हुए तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की तो कई तरह की प्रतिक्रियाएं आने लगीं. कुछ लोग तंज कसने लगे, कुछ पुराने विवादों को सामने रखने लगे. हालांकि राजनीतिक एक्सपर्ट्स का मानना है कि कन्हैया ने अपनी तस्वीरों के जरिए बड़ा संदेश देने की कोशिश की है. क्या है वो संदेश, इसे समझने के लिए पहले कन्हैया का मैसेज पढ़िए.

कन्हैया ने क्या लिखा

कन्हैया ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'अरदास है कहीं कीर्तन, कहीं रामधुन कहीं आवाहन, विधि भेद का है यह सब रचन, तेरा भक्त तुझको बुला रहा, तू ही राम है तू रहीम है, तू करीम कृष्ण खुदा हुआ, तू ही वाहे गुरु तू येशु मसीह, हर नाम में तू समा रहा... आज नामांकन से पहले सभी धर्मों के गुरुओं ने मुझे संविधान की प्रस्तावना भेंट कर मेरे लिए दुआएं कीं और आशीर्वाद दिया. यही हमारा भारत है. यही हमारा संविधान. ‘सर्व धर्म सम भाव’. इस भारत और इसके संविधान की रक्षा के लिए मैं अपनी पूरी जान लगा दूंगा. जय जवान, जय किसान, जय संविधान.'

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दरअसल, लेफ्ट पार्टी से कांग्रेस में आए कन्हैया को समाज का एक वर्ग आज भी अलग नजर से देखता है. भले ही उन पर जेएनयू प्रकरण में कुछ भी साबित नहीं हुआ हो पर विरोधी आज भी उनकी शख्सियत को विवादों से जोड़ते हैं. ऐसे में कन्हैया ने आज हवन और धर्मगुरुओं के साथ अपनी तस्वीर शेयर कर विरोधियों को जवाब दिया है.

अरदास है कहीं कीर्तन कहीं रामधुन कहीं आवाहन विधि भेद का है यह सब रचन तेरा भक्त तुझको बुला रहा तू ही राम है तू रहीम है तू करीम कृष्ण खुदा हुआ तू ही वाहे गुरु तू येशु मसीह हर नाम में तू समा रहा

आज नामांकन से पहले सभी धर्मों के गुरुओं ने मुझे संविधान की प्रस्तावना भेंट कर मेरे… pic.twitter.com/qHpRDS8Ayi

— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyakumar) May 6, 2024

हवन की तस्वीर के साथ वह खुद को हिंदू धर्म से जोड़ रहे हैं. सभी धर्मगुरुओं के साथ वाली तस्वीर के जरिए उन्होंने यह संदेश देने की कोशिश की है कि वह हर धर्म का सम्मान करते हैं. कांग्रेस जिस तरह से इस चुनाव में संविधान की रक्षा की बात कर रही है. वैसे में संविधान की प्रस्तावना भेंट किया जाना उन्हें संकल्प की याद दिलाने के समान है. उन्होंने लिखा भी है कि संविधान की रक्षा के लिए जान लगा दूंगा.

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अब बात कन्हैया कुमार के निर्वाचन क्षेत्र नॉर्थ ईस्ट दिल्ली की. यहां बौद्ध और ईसाई भले ही एक प्रतिशत से भी कम हों, पर जैन 1.56 प्रतिशत, मुस्लिम करीब 31 प्रतिशत, अनुसूचित जाति के लोग करीब 17 प्रतिशत और सिख करीब 2 प्रतिशत हैं. ऐसे में सर्व धर्म समभाव वाली बात यहां के लोगों को कन्हैया का संदेश है. कन्हैया का मुकाबला भाजपा के दिग्गज नेता और सांसद मनोज तिवारी से है. इस क्षेत्र में पूर्वांचली और मुस्लिम समुदाय अहम भूमिका निभा सकता है. मुस्तफाबाद, सीमापुरी, बाबरपुर, सीलमपुर जैसे मुस्लिम बहुल इलाके इसी लोकसभा क्षेत्र में आते हैं. कन्हैया की कोशिश एक तस्वीर से सभी को साधने की रही होगी.

दिल्ली की सभी 7 संसदीय सीटों पर 25 मई को मतदान होगा.

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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